अमृत भारत स्टेशन योजना से छत्‍तीसगढ़ के इन रेलवे स्टेशनों की बदलेगी सूरत, रायपुर-बिलासपुर में खर्च होंगे 935 करोड़

छत्‍तीसगढ़ में रायपुर और बिलासपुर में 935 करोड़ रुपए से रीडेवलेपमेंट होंगे। रायपुर रेलवे स्‍टेशन के पुनर्विकास लिए 470 करोड़ रुपए और बिलासपुर रेलवे स्‍टेशन के पुनर्विकास लिए 465 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

अमृत भारत स्टेशन योजना से छत्‍तीसगढ़ के इन रेलवे स्टेशनों की बदलेगी सूरत, रायपुर-बिलासपुर में खर्च होंगे 935 करोड़

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में रायपुर और बिलासपुर में 935 करोड़ रुपए से रीडेवलेपमेंट होंगे। रायपुर रेलवे स्‍टेशन के पुनर्विकास लिए 470 करोड़ रुपए और बिलासपुर रेलवे स्‍टेशन के पुनर्विकास लिए 465 करोड़ रुपए खर्च होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज छह अगस्त की सुबह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी।

छत्‍तीसगढ़ के नौ रेलवे स्टेशनों का होगा कायाकल्‍प

दरअसल अमृत भारत स्टेशन योजना में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग समेत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सात स्टेशनों के साथ देशभर के 508 रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया है। इन सभी स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर कायाकल्प किया जाएगा और सभी तरह की सुविधाएं यात्रियों को मिलेगी।

कायाकल्प होने पर एयरपोर्ट की तरह दिखेंगे रेलवे स्टेशन

रायपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, अकलतरा, भिलाई पावर हाउस, तिल्दा-नेवरा, महासमुंद स्टेशन शामिल है। शहर के दोनों किनारों के उचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को 'सिटी सेंटर' के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं।

इन स्टेशनों का भी होगा कायाकल्प

इस योजना के साथ ही अकलतरा, तिल्दा-नेवरा, भिलाई पावर हाउस, गोंदिया, वडसा एवं चांदा फोर्ट स्टेशन में आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त फुटओवर ब्रिज, लिफ्ट एस्कलेटर,सर्कुलटिंग एरिया का उन्नयन, वेटिंग हाल और टायलेट का उन्नयन, स्टेशन लाइटिंग में सुधार, साइनेज, ट्रेन एवं कोच इंडिकेटर बोर्ड, पार्किंग स्थान में वृद्वि, प्लेटफ़ार्म एरिया का विस्तार, शेड, स्थानीय कला और संस्कृति के अनुसार स्टेशन के वाह्य स्वरूप का उन्नयन किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ी संस्कृति, विरासत और वास्तुकला की दिखेगी झलक

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस योजना में आधुनिक यात्री सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ अच्छी तरह से डिजाइन किए गए यातायात परिसंचरण, अंतर-माडल एकीकरण और यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए अच्छी तरह से डिजाइन किए गए साइनेज को सुनिश्चित करेगा। स्टेशन भवनों के डिजाइन में स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला की झलक दिखाई देंगी।

यह होगी खासियत

- स्टेशन बिल्डिंग के दोनों तरफ से शहर प्रवेश।

- लिफ्ट एवं एस्कलेटर।

- एक्विलेंट कार पार्किंग की सुविधा।

- यात्री सुविधायुक्त विशाल कांकोर्स।

- नए बड़े फुट ओवरब्रिज।

- स्टेशन की छतों पर सोलर पैनल, रेनहार्वेस्टिंग।