चक्रधर समारोह पंजरी प्लांट ऑडिटोरियम में 10 दिन के बजाए 3 दिवसीय
आमजन की मांग, सत्ता पक्ष, प्रशासन की किरकिरी के बाद बैठक वह भी औपचारिकता निभाने का आरोप

रायगढ़ । जिले की धरोहर चक्रधर समारोह का आयोजन एक तरह से खटाई में चला गया था। आमजन की मांग सत्ता पक्ष प्रशासन की जमकर किरकिरी कर दिया। ऐसे शनिवार को जिला मुख्यालय के सभाकक्ष में बैठक विधायक, जिला कलेक्टर,राजपरिवार भाजपा नेता पूर्व विधायक समेत अन्य जनप्रतिनिधियों अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ जहां यह ऐतिहासिक कार्यक्रम 10 के बजाए 3 दिन में सिमट गया ,जिसके स्थल में बदलाव करते हुए पंजरी प्लांट आडिटोरियम में कराए जाने की सर्व सम्मति बना।
बैठक की शुरुआत में कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि विधानसभा सदस्य व कैबिनेट मंत्री रहे स्व.श्री भानूप्रताप सिंह के विगत 14 जून को निधन हो गया था। उनके परिवार के सदस्यों द्वारा शासन को समारोह स्थगन को लेकर पत्र लिखा गया था। जिसको देखते हुए यह बैठक पहले आयोजित नहीं की जा सकी थी। आज कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में समिति की बैठक की जा रही है। बैठक में उपस्थित समिति सदस्यों ने आयोजन की अवधि और कार्यक्रम स्थल को लेकर अपने विचार रखे। जिसके पश्चात आयोजन समिति द्वारा सर्वसम्मति से इस वर्ष चक्रधर समारोह का पूरी गरिमा के साथ त्रि-दिवसीय आयोजन नगर निगम ऑडिटोरियम में करने का निर्णय लिया गया। चक्रधर समारोह का आयोजन 19 सितंबर से 21 सितंबर तक किया जाएगा। कार्यक्रम के आयोजन के लिए सीईओ जिला पंचायत जितेन्दर यादव (भाप्रसे) नोडल अधिकारी होंगे। वहीं नगर निगम आयुक्त सुनील चंद्रवंशी सहायक नोडल होंगे।
स्थल और दिन में कटौती पर लोग कस रहे है तंज
इधर आयोजन को आरंभ करने के लिए एक तरफ सहमति बना है तो दूसरी तरह इसके आयोजन के स्वरूप को छोटा कर दिया गया है। जबकि 3 इस दिन के आयोजन में कालाकारों का चयन भी संसय में रहेगा। इससे पहले राष्ट्रीय स्तर में कलाकारों को मंच मिलता था। इसी तरह इस समारोह को रामलीला मैदान में किया जाता था जिसमे राज्य भर से करीब 50 हजार की भीड़ उमड़ती है, जबकि आडिटोरियम का स्थल छोटा है और बैठक क्षमता 1500 सौ मात्र है। इसे लेकर तंज कसा रहा है।