बोनस पंडुम का हुआ शंभारंभ कलेक्टर ने ली प्रेसवार्ता

छत्तीसगढ़ शासन जलवायु एवं परिवर्तन विभाग 12 मार्च 2024 को संभाग स्तरीय जंगल जात्रा तेन्दुपत्ता संग्राहक सम्मेलन कार्यक्रम कोण्डागांव में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के द्वारा बीजापुर और सुकमा में तेन्दूपत्ता संग्राहकों की मांग पर तेन्दूपत्ता बोनस का नगद भुगतान करने की घोषणा की गई थी।

बोनस पंडुम का हुआ शंभारंभ कलेक्टर ने ली प्रेसवार्ता

बीजापुर । छत्तीसगढ़ शासन जलवायु एवं परिवर्तन विभाग 12 मार्च 2024 को संभाग स्तरीय जंगल जात्रा तेन्दुपत्ता संग्राहक सम्मेलन कार्यक्रम कोण्डागांव में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के द्वारा बीजापुर और सुकमा में तेन्दूपत्ता संग्राहकों की मांग पर तेन्दूपत्ता बोनस का नगद भुगतान करने की घोषणा की गई थी। जिसके तहत 13 मार्च 2024 को वनमंत्री केदार कश्यप के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ शासन वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा तेन्दूपत्ता बोनस का नगद भुगतान के आदेश प्राप्त हुआ। उक्त संदर्भ में कलेक्टर एवं डीएफओ सामान्य वन मंडल तथा उप संचालक इन्द्रावत्ती टाईगर रिजर्व बीजापुर ने प्रेसवार्ता लेकर जिले के मीडिया प्रतिनिधियों को अवगत कराया कि वर्ष 2021 एवं 2022 दो वर्षों के बोनस का भुगतान राशि वर्ष 2021 में 7 करोड़ 40 लाख रूपए एवं वर्ष 2022 में कुल 13 करोड़ 74 लाख रूपए का वितरण 30 हजार संग्राहकों को किया जाएगा। वहीं विकास खण्डवार बीजापुर में 8.79 करोड़, भैरमगढ़ में 1.79 करोड़, उसूर में 7 करोड़ और भोपालपटनम ब्लाक में 3.5 करोड़ रूपए की राशि बोनस के रूप में नगद भुगतान की जाएगी।

बीजापुर स्थित बांसागार में कलेक्टर ने तेन्दूपत्ता संग्राहकों को बोनस का नगद भुगतान किया- बोनस पंडुम कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर अनुराग पाण्डेय के कर कमलों से बीजापुर स्थित बांसागार में हुआ जहां कलेक्टर ने संग्राहकों को नगद भुगतान कर उनसे आवश्यक चर्चा भी किए। इस कार्यक्रम में धनोरा के 208 एवं संतोषपुर समिति के 460 संग्राहकों को नगद भुगतान करने का लक्ष्य रखा गया था। कलेक्टर पाण्डेय ने वर्तमान सीजन में तेन्दूपत्ता प्रति मानक बोरा नए दर के बारे में संग्राहकों को बताया कि पिछले वर्ष 4 हजार रूपए प्रति मानक बोरा था जिसे बढ़ाकर इस वर्ष से अब 5500 रूपए प्रति मानक बोरा किया गया है। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों, आदिवासियों एवं महिलाओं के हित में कई बड़े निर्णय लिए हैं। कई वर्षो से रूका हुआ धान का बोनस मिला है, महतारी वंदन योजना से महिलाओं को प्रति वर्ष 12 हजार रूपए मिलना अब शुरू हो गया है। वहीं 31 सौ रूपए धान की कीमत का अंतर राशि सभी हितग्राहियों के खातों में पहुंच गया है। बीजापुर जिले के विपरीत परिस्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने संवेदनशील निर्णय लेते हुए नगद भुगतान की घोषणा की है, किन्तु सभी को अपना बैंक खाता खुलवाना जरूरी है, बैंक खाता जिन संग्राहकों के पास है उनका भुगतान पहले ही हो चुका है। नगद भुगतान के वजह से विलंब से बोनस की राशि मिल रही है। वहीं शासन की समस्त योजनाएं सीधे डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में पहुंचती है। बैंक खाता खुलवाने के लिए प्रशासन के मैदानी अमला हर संभव मदद करेगा। इस दौरान डीएफओ सामान्य वन मंडल रंगानाथा रामाकृष्णा वाय, उप संचालक इन्द्रावती टाईगर संदीप बल्गा, पार्षद नंद किशोर राणा, समिति के अध्यक्ष लालैया ककेम सहित मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।

तेन्दूपत्ता बोनस के नगद भुगतान से संग्राहकों के चेहरे खिल उठे- तेन्दूपत्ता संग्राहक श्रीमती लक्ष्मी कुड़ियम ने कहा कि नगद भुगतान के इस संवेदनशील पहल से मुख्यमंत्री जी आपका धन्यवाद! सोचा भी नहीं था कि हमें बोनस की राशि नगद मिलेगी। इसी तरह अन्य हितग्राहियों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।