फोटोग्राफरों का नहीं मिला रिस्पांस फोटो फेयर में दुकानें रही सुनसान
रायपुर शहर में 21/ 22/ 23/ 2025 को आयोजित विशाल फोटो फेयर में फोटोग्राफरों की रुचि न मिलने के कारण 3 दिन के इस आयोजन में दुकानदारों को नुकसान का सामना करना पड़ा भारत के अलग-अलग कोने से आए दुकानदारों को छत्तीसगढ़ में फोटो फेयर से अच्छे बिक्री की उम्मीद थी

रायपुर - रायपुर शहर में 21/ 22/ 23/ 2025 को आयोजित विशाल फोटो फेयर में फोटोग्राफरों की रुचि न मिलने के कारण 3 दिन के इस आयोजन में दुकानदारों को नुकसान का सामना करना पड़ा भारत के अलग-अलग कोने से आए दुकानदारों को छत्तीसगढ़ में फोटो फेयर से अच्छे बिक्री की उम्मीद थी पर 3 दिन के इस आयोजन में फोटोग्राफरों मैं रुचि नहीं दिखाई और पंडाल लगभग खाली रहा साल भर में एक बार आयोजित होने वाले इस तरह के कार्यक्रम हर वर्ष आयोजित होते हैं और विकसित करने वाले फोटोग्राफर की संख्या हजारों में होती है पर इस साल इंदिरा गांधी कृषि महाविद्यालय में आयोजित फोटो फेयर में फोटोग्राफरों मैं रुचि नहीं दिखाई जिसका सीधा-सीधा प्रभाव दूर-दराज से आए दुकानदारों को उठाना पड़ा
दुकानदारों से बातचीत में पता चला कि उनके आने-जाने का जो किराया है वह भी नहीं निकल पाया है और छत्तीसगढ़ से वह रिस्पांस नहीं मिल पाया जो अन्य शहरों में आयोजित फोटो फेयर पर मिलता था तीन दिन के आयोजन में उम्मीद थी कि 5000 से ज्यादा लोग शिरकत करेंगे पर तीनों दिन में 100 डेढ़ सौ की संख्या में ही लोगों की उपस्थिति हुई
इतने महंगे में इस स्टॉल लेने के बाद स्टॉल किराए से लेने का खर्चा भी नहीं निकल पाया
क्या कारण था कि छत्तीसगढ़ में आयोजित इस भव्य फोटो फेयर में फोटोग्राफर भाइयों ने रुचि नहीं दिखाई क्योंकि ऐसे ही आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ के लोग मुंबई दिल्ली नागपुर जाकर सामान की खरीदारी करते थे वह अपने लोकल शहर में खरीदारी करने के लिए फोटो फेयर में नहीं आए
दुकानदारों का कहना है निराशा हाथ लगी और भविष्य में ऐसे आयोजन में भाग लेने में अब दिक्कत होगी
लाखों रुपए का सामान लेकर छत्तीसगढ़ में आए दुकानदारों को सामान वापस ट्रक में डालकर ले जाने का पैसा भी नहीं निकल पाया और व्यापारिक रूप से बहुत ज्यादा घटा प्राप्त हुआ
दुकानदारों आयोजन समिति से निराशा हाथ लगी क्योंकि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि 5 से 10000 की पब्लिक आएगी पर 3 दिन के आयोजन में फोटोग्राफरों ने फोटो फेयर को रिस्पांस नहीं दिया और अलग-अलग जिलों से आने वाले फोटोग्राफर भाइयों ने फोटो फेयर से दूरी बना ली आयोजन समिति को इस मामले में विचार करना चाहिए कि इतने पैसे खर्च करने के बाद यदि दुकानदारों के सामने वह ग्राहक नहीं खड़ा कर पाए तो उनसे कहां पर चूक हो गई क्योंकि फोटो फेयर फोटोग्राफरों के लिए सस्ते सामान खरीदने का एक जरिया होता है पर फोटोग्राफर यदि फोटो फेयर से दूरी बनाएं तो उसका क्या कारण था क्योंकि नुकसान दुकानदारों का हुआ है जिन्होंने व्यापार के अच्छे होने की उम्मीद में छत्तीसगढ़ के कृषि महाविद्यालय में अपनी दुकान सजाई थी